कहानी की झलक
- Jolly LLB 3 में कहानी एक किसान राजाराम सोलंकी की है जिसकी ज़मीन कुछ भ्रष्ट तरीकों से “Imperial Group of Companies” नामक कंपनी द्वारा जब्त की जाती है। उसकी आत्महत्या के बाद उसकी विधवा, जानकी, न्याय की लड़ाई लड़ने उतरती है।
- वहीं फिल्म की मुख्य ट्विस्ट यह है कि पिछली किस्तों के दो प्रसिद्ध वकील, अर्ज़द वारसी का “जॉली त्यागी” और अक्षय कुमार का “जॉलीवुड मिश्रा / जॉली मिश्रा” (या “Jolly”) आमने-सामने होंगे। दोनों की लड़ाई कोर्ट में होती है, जहाँ वो अपना हक और न्याय की तलाश करेंगे।
- न्यायाधीश सुंदरलाल त्रिपाठी (सौरभ शुक्ला) की भूमिका फिर से महत्वपूर्ण है।

क्या अच्छा लग रहा है
- स्टार कास्ट की वापसी: अक्षय कुमार और अरशद वारसी दोनों ही अपनी पुरानी भूमिकाएँ नए अंदाज़ में निभा रहे हैं, जिससे फ्रैंचाइज़ी का अहसास बना रहता है।
- कॉमेडी और स্যাটायर: समीक्षा के शुरुआती हिस्सों से यह पता चलता है कि फिल्म में हास्य-व्यंग्य अच्छी मात्र में है, जिससे गंभीर विषयों के बीच एक हल्कापन भी आता है।
- सामाजिक प्रासंगिक विषय: ज़मीन हड़पने जैसी विषयों को उठाना जो कि ग्रामीण इलाकों में अक्सर सुनने को मिलता है, दर्शकों को जुड़ने में मदद करता है।
- अभिनय की तारीफ: विशेष रूप से सौरभ शुक्ला की “जज त्रिपाठी” की भूमिका को पब्लिक द्वारा सराहा जा रहा है।
कुछ कमियाँ या जो हो सकता है बेहतर हो
- उच्च अपेक्षाएँ: “Jolly LLB” फ्रैंचाइज़ी से पिछली दो फिल्में अच्छी थीं, इसलिए दोनों किरदारों के आमने सामने आने की वजह से दर्शकों की उम्मीदें बहुत ऊँची हैं। अगर कहानी या स्क्रीनप्ले कहीं खो जाए, तो निराशा हो सकती है।
- टोन का संतुलन: कॉमेडी-ड्रामा मिश्रण में कभी-कभी गंभीर मुद्दों की सैद-बगैर हल्के व्यंग्य या मसालेदार संवादों से विषय की गहराई कम महसूस हो सकती है।
- पिछले हिस्सों से तुलना: लोग स्वाभाविकतः “Jolly LLB 1 & 2” से तुलना करेंगे — कहानी, ताजगी, न्याय के दृष्टिकोण आदि में। यदि कुछ दृश्यों में वही पुरानी झलक दिखी तो आलोचना हो सकती है।
व्यापार और बॉक्स ऑफिस की तैयारी
- एडवांस बुकिंग: रिलीज़ से पहले एडवांस बुकिंग अच्छी हुई है — फिल्म ने अपेक्षित दर्शक उत्साह के साथ लगभग ₹6 करोड़ की एडवांस बुकिंग दर्ज की है।
- रिलीज़ की प्रतिस्पर्धा: यह रिलीज़ अन्य फिल्मों के साथ गोलबाज़ी में है, लेकिन फिल्म का ब्रांड नाम और स्टार कास्ट इसे फायदा दे सकता है।
- OTT रिलीज़ की योजना: थिएट्रिकल पथ के बाद इसे ओटीटी पर भी रिलीज़ किया जाएगा। अनुमान है कि JioHotstar इसकी OTT रिलीज़ का प्लेटफॉर्म हो सकता है, लगभग 2 महीने बाद रिलीज़ के बाद।
विवाद
Jolly LLB 3 फिल्म के खिलाफ कई जनहित याचिकाएँ (पीआईएल) दायर की गईं, जिनमें आरोप लगाया गया कि इसके ट्रेलर और गाने “भाई वकील है” ने न्यायपालिका का मज़ाक उड़ाया और कानूनी पेशे को बदनाम किया। हालाँकि, इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने फिल्म की रिलीज़ पर रोक लगाने की याचिका को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि उसे गीत या ट्रेलर में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला ।
जबकि बॉम्बे उच्च न्यायालय ने भी इसी तरह की एक याचिका को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि न्यायाधीश आलोचना के आदी होते हैं और व्यंग्य से प्रभावित नहीं होते। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने गाने को लेकर नोटिस जारी किए, लेकिन कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया, और कुल मिलाकर अदालतों ने माना कि शिकायतें मानहानि या अवमानना की सीमा को पूरा नहीं करतीं।
रिलीज़
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने फिल्म को 16+ रेटिंग के साथ यू/ए प्रमाणपत्र दिया और कुछ संवादों और दृश्यों में कुछ संशोधन करने को कहा।
सावदी ने फ़िल्म को 5 में से 3 स्टार दिए और लिखा, “जॉली एलएलबी 3 में एक साफ़-सुथरी और खुशहाल पारिवारिक मनोरंजन बनने की क्षमता है। थोड़ा उपदेशात्मक होने के बावजूद, यह जल्द ही गति पकड़ लेती है और पूरी तरह से बर्बाद होने से पहले अपनी स्थिति सुधार लेती है।” द इंडियन एक्सप्रेस की शुभ्रा गुप्ता ने फ़िल्म को 5 में से 2 स्टार दिए और लिखा, “मुझे जॉली एलएलबी भाग 2 बहुत पसंद आया। लेकिन इसमें कहानी कहने का तरीका सबसे बुनियादी है, और यह इस फ्रैंचाइज़ी का सबसे कमज़ोर हिस्सा है।”













Leave a Reply