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De De Pyaar De 2 Review – रिश्तों का नया समीकरण और हँसी का तड़का

De De Pyaar De 2

अगर आप रोमांस, कॉमेडी और रिश्तों की उलझनों को हल्के-फुल्के अंदाज़ में देखने के शौकीन हैं, तो De De Pyaar De 2 आपके लिए एक मनोरंजक पैकेज साबित हो सकती है। पहली फिल्म की सफलता के बाद दर्शकों की उम्मीदें आसमान छू रही थीं, और सीक्वल इन उम्मीदों पर काफी हद तक खरा उतरता दिखता है। इस फिल्म में हँसी, ड्रामा, इमोशंस और रिश्तों की खट्टी-मीठी नोकझोंक का बढ़िया मिश्रण है, जिसे निर्देशक ने काफी समझदारी से पेश किया है।

कहानी

De De Pyaar De 2 – फिल्म की कहानी वहीं से शुरु होती है जहाँ पहली फिल्म खत्म हुई थी। अश्विन (अजय देवगन) और आयशा के रिश्ते को अब परिवार में स्वीकार किया जा चुका है, लेकिन उनकी लव लाइफ अभी भी पूरी तरह आसान नहीं हुई है। उम्र के फर्क और सोच के टकराव के कारण दोनों के बीच नई चुनौतियाँ उभरती हैं। जैसे-जैसे वे अपने रिश्ते को एक नया मोड़ देने की कोशिश करते हैं, पुराने मुद्दे, बच्चों के साथ equation, और समाज की नजरें फिर से सामने खड़ी हो जाती हैं।

सीक्वल की कहानी में मजबूती इसलिए महसूस होती है क्योंकि इसमें रिश्तों की जटिलताओं को हास्य के साथ बेहद वास्तविक तरीके से पेश किया गया है। फिल्म यह दिखाती है कि प्यार सिर्फ उम्र या परिस्थितियों का मोहताज नहीं होता, बल्कि समझ, भरोसे और साथ की जरूरत होती है।

अभिनय

अजय देवगन अपनी सधी हुई acting और comic timing से एक बार फिर दिल जीत लेते हैं। उम्रदराज़, समझदार लेकिन अंदर से romantic अश्विन का किरदार वे पूरी ईमानदारी से निभाते हैं।

रकुल प्रीत सिंह ने आयशा के रोल को maturity के साथ निभाया है। पहले भाग की तुलना में उनका किरदार और भी गहराई लिए हुए दिखाई देता है।

Supporting cast भी अपना काम बढ़िया तरीके से निभाती है, खासकर वे scenes जहां पारिवारिक टकराव दिखाई देता है।

डायरेक्शन और स्क्रीनप्ले

फिल्म का निर्देशन हल्का-फुल्का, स्मार्ट और audience-friendly रखा गया है। Director ने कोशिश की है कि कहानी मज़ेदार भी रहे और भावुक भी, और यह संतुलन बड़े हिस्से में सफल दिखता है।

स्क्रीनप्ले में कुछ जगहों पर खिंचाव महसूस होता है, लेकिन witty dialogues और situational comedy इसे संभाल लेती है। कई scenes ऐसे आते हैं जहाँ theatre में खूब हँसी छूटती है, खासकर अजय देवगन की deadpan humour और तब्बू के spontaneous reactions के चलते।

म्यूज़िक

फिल्म का संगीत average है, लेकिन कुछ गाने अच्छे लगते हैं और कहानी के mood के साथ फिट बैठते हैं। बैकग्राउंड स्कोर scenes की comedy और emotions को उभारने में मदद करता है।

क्या है खास?

  • Mature relationships की realistic presentation
  • अजय देवगन, रकुल और तब्बू की दमदार acting
  • Clean, family-friendly humour
  • Relatable emotional moments

कमज़ोरियाँ

  • कुछ हिस्सों में screenplay धीमा हो जाता है
  • Predictable scenes, खासकर second half में
  • Songs उतने impactful नहीं

De De Pyaar De 2 एक हल्की-फुल्की, मनोरंजक और प्यारी फिल्म है जो रिश्तों की जटिलता को मुस्कान के साथ समझाने की कोशिश करती है। यह न तो बहुत भारी-भरकम message देती है और न ही over-the-top comedy पर निर्भर करती है। बल्कि, maturity और humor का सही blend पेश करती है।

अगर आप family के साथ देखने के लिए एक feel-good entertainer ढूंढ रहे हैं, तो यह फिल्म आपकी उम्मीदों पर खरी उतर सकती है।

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